Aligarh Fort
Aligarh Fort |
उत्तर प्रदेश राज्य में अलीगढ़ उत्तरप्रदेश का जिला होने के साथ में एक बड़ा शहर भी है|
अलीगढ़ नगर यहाँ के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कारण विश्व प्रसिद्ध है
अलीगढ़ को इसके प्राचीन नाम 'कोइल' या 'कोल' से भी जाना जाता है।
अलीगढ़ शहर, उत्तरी भारत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह शहर दिल्ली के दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
अलीगढ़ शहर 'नरोरा पावर प्लांट' से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है।
अलीगढ़ भारत का 55 वाँ सबसे बड़ा शहर है।
इसके कुछ दुरी पर ही अलीगढ़ नाम का एक क़िला स्थित है। कोल नाम की तहसील अब भी अलीगढ़ ज़िले में है। अलीगढ़ को अलीगढ़ नाम 'नजफ़ खाँ' का द्वारा दिया हुआ है।
1717 ई. में 'साबित खाँ' ने इसका नाम 'साबितगढ़' रखा और उसके बाद 1757 में जाटों ने यहां का नाम 'रामगढ़' रखा था।
उत्तर मुग़ल काल में यहाँ सिंधिया का कब्ज़ा हो गया था।
इसे 1802 ई. में लॉर्ड लेक ने अपने अधीन कर लिया था।
अलीगढ़ शहर में सर सैयद अकादमी संग्रहालय, चाचा नेहरू ज्ञान पुष्प एवं हाकिम करम हुसैन संग्रहालय के सहित अन्य उल्लेखनीय संग्रहालय मौजूद हैं।
पूजा स्थलों में यहाँ पर शिवराजपुर में स्थित खेडेश्वर मंदिर प्रसिद्ध है।और जैन समुदाय के लिये यहां पर तीर्थधाम मंगलायतन है,
इसके साथ साथ में इस परिसर में मंदिर व शोध केन्द्र भी हैं।
अलीगढ़ में कुछ प्रसिद्ध दरगाह भी बानी हुई हैं,
अलीगढ़ में भारत की सबसे बड़ी, तथा एशिया की दूसरे स्थान पर सबसे बड़ी लाइब्रेरी, मौलाना आजाद लाइब्रेरी बानी हुई है।
शहर के शोर से दूर, शेखावत झील सभी को बेहद सुकून पहुंचाती है तथा यहां आकर पर्यटक स्थानीय और प्रवासी पक्षियों को देखने का भी आनंद भी उठा सकते है।
अलीगढ़ में प्रसिद्ध घूमने की जगह। Famous places to visit in Aligarh
Aligarh Fort |
- अलीगढ़
- जामा मस्जिद
- खेरेश्वर मंदिर
- मौलाना आजाद लाईब्रेरी
- तीर्थ धाम मंगलायतन
- बाबा बरछी बहादुर दरगाह
- शेखा झील
- दोर फोर्टस
अलीगढ़ का किला Aligarh Fort
यह किला अलीगढ़ के दर्शनीय स्थलों में से एक है यह किला पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बना रहता है।
इस किले को इब्राहिम लोढ़ी के शासनकाल के समय 1525 में गवर्नर उमर के पुत्र मोहम्मद ने बनाया था।
यह किला एक पहाड़ी पर स्थित है जो की चारो तरफ से लगभग 32 फीट खड़ी घाटी के साथ है।
इसके अलावा इस किले में एक तहखाना भी है, यह तहखाना बाहर से ज्यादा दिखाई नहीं देता है
जामा मस्जिद अलीगढ़ Jama Masjid Aligarh
इस मस्जिद के ऊपर 17 गुंबद बने हुए है यह जामा मस्जिद शहर के ऊपरकोट इलाके में स्थित है|
यहां पर 5000 लोग एकसाथ नमाज पढ़ सकते हैं।
मुगलकाल में मुहम्मद शाह ने 1719-1728 के शासनकाल के समय में कोल के गवर्नर साबित खान ने 1724 में इस मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू किया था।
इस मस्जिद को तैयार होने में चार साल लगे और 1728 में यह मस्जिद बनकर तैयार हो गई थी।
यहां औरतों के लिए नमाज पढ़ने का इंतजाम अलग से किया गया है।
जिसे शहदरी (तीन दरी) के नाम से जाना जाता हैं।
देश की शायद यह पहली मस्जिद ही होगी, जहां पर शहीदों की कब्रें भी बनाई गई हैं।
ऐसा कहा जाता हैं कि तीन सदी पुरानी इस मस्जिद में अभी तक कई पीढ़ियां नमाज पढ़ चुकी हैं।
खेरेश्वर मंदिर के बारे में जानने के लिए क्लिक करें
Khereshwar Temple Aligarh Map
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