Azamgarh
Azamgarh |
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आज़मगढ़ एक जिला है इसी ज़िले में स्थित आजमगढ़ बहुत बड़ा नगर है।
आजमगढ़ ज़िले का मुख्यालय भी यही पर है आज़मगढ़ शहर तमसा नदी के तट पर स्थित है। यह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 268 किमी पूर्व में स्थित है।
आजमगढ़ के उत्तर दिशा में स्थित घाघरा नदी माध्यम से ही आजमगढ़ और गोरखपुर की सीमा का निर्धारण होता है
इस जनपद को नवाब आज़मशाह के द्वारा बसाया गया था, इन्ही के नाम से इस जगह का नाम आज़मगढ़ पड़ा।
15 नवम्बर सन 1994 को चौदहवें मण्डल के रूप में आजमगढ़ मण्डल का सृजन किया गया था।
आजमगढ़ जिले में वर्त्तमान समय में आठ तहसीले है।
इन आठ तहसीलों के नाम इस प्रकार है-
- लालगंज
- सदर
- सगड़ी
- मेंहनगर
- ढ़नपुर
- निजामबााद
- मार्टीनगंज
- फूलपुर है।
इनमे सबसे बड़ी तहसील निजामबााद है।
आज़मगढ़ में कुल 22 ब्लॉक है। 10 विधानसभा सीट है और 2 लोकसभा सीट है|
आजमगढ़ में 2 नगरपालिकाओ के साथ में 11 नगर पंचायत भी है।
History of Azamgarh in hindi
तमसा नदी के तट पर बसा आजमगढ़ शहर उत्तर प्रदेश राज्य का एक जिला है।
यह जिला उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग में स्थित है।
आजमगढ़ शहर गंगा नदी और घाघरा नदी के बिच में बसा हुआ है।
ऐतिहासिक दृष्टि से देखा जाये तो यह स्थान बहुत महत्वपूर्ण था।
आजमगढ़ जिला वर्त्तमान में उत्तर प्रदेश के 6 जिलों से लगा हुआ है जिनके नाम इस प्रकार है-
- मऊ,
- गोरखपुर,
- गाजीपुर,
- जौनपुर,
- सुल्तानपुर
- अम्बेडकर
विक्रमजीत सिंह गौतम के पुत्र आजम शाह थे वे यहां के सबसे ज्यादा शक्तिशाली जमींदार हुआ करते थे उन्होंने शाहजहां के शासनकाल के समय 1665 ई. में आजमगढ़ की स्थापना करवाई थी।
आजम शाह के कारण इस जगह को आजमगढ़ के नाम से जाना जाता है।
उसके बाद जब भारत में स्वतंत्रता आंदोलन चला तो उस स्वतंत्रता आंदोलन के समय में भी इस जगह का विशेष महत्व रहा है।और यहाँ के लोगो ने अपनी पूरी भूमिका निभाई थी|
Best Tourist Places in Azamgarh
Best Tourist Places in Azamgarh |
पर्यटन की द़ष्टि से यहाँ पर
- महाराजगंज,
- दुर्वासा,
- मुबारकपुर,
- मेहनगर,
- भंवरनाथ मंदिर
- अवन्तिकापुरी आदि यहाँ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
1.महाराजगंज
सरयू नदी के तट पर स्थित महाराजगंज जिला मुख्यालय से लगभग 23 किलोमीटर की दूरी पर है।
आजमगढ़ में राजाओं की नामावली ज्यादा है यहीं इसी कारण इस जगह को महाराजगंज के नाम से प्रसिद्ध है।
यहां पर एक प्राचीन मंदिर भी है। यह मंदिर भैरों बाबा की मंदिर है।
यहाँ पर हर महीने पूर्णिमा के दिन मेले का आयोजन किया जाता है।
2.मुबारकपुर
मुबारकपुर आजमगढ़ जिला मुख्यालय से 13 कि मी की दूरी पर स्थित है।
इससे पहले इस जगह को कासिमाबाद के नाम से पुकारा जाता था।
बाद में यहां का पुर्ननिर्माण करवाया गया। इस स्थान को दूसरी बार राजा मुबारक के द्वारा बनवाया गया था।
यह जगह बनारसी साड़ियों के लिए भी जानी जाती है।
यहां पर ठाकुरजी का एक प्राचीन मंदिर स्थित है
3.मेहनगर
तहसील से लगभग 16 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है|
यहां के बोंगरिया बाजार से लगभग 0.5 किलोमीटर की दूरी पर "पौहारी बाबा आश्रम" के नाम से जाना जाने वाला बहुत सुन्दर दार्शनिक स्थल है|
यहां पर हर मंगलवार एवं रविवार को मेले का आयोजन किया जाता है।
पौहारी बाबा' उन्नीसवीं शताब्दी के एक भारतीय तपस्वी अद्भुत विनय-संपन्न एवं गंभीर आत्म-ज्ञानी संत थे।
इस स्थान पर आकर हजारों की संख्यां में श्रद्धालुगण आते है और पौहारी बाबा को खड़ाऊं , घण्टी एवं चुनरी अपनी तरफ से भेंट करते हैं।
यहां पर एक दीर्घ जलाशय एवं स्नान कुंड भी विद्यमान है जहाँ विभिन्न पर्व एवं त्योहारों में लोग आस्था की डुबकी लगाते हैं।
4.भंवरनाथ मंदिर
यह मंदिर आजमगढ़ जिले के प्रमुख मंदिरों में से एक मानी जाती हैं।
यह मंदिर शहर से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
भगवान शिव का यह मंदिर लगभग सौ वर्ष पुराना है।
यहां कि यह मान्यता है की जो भी सच्चे मन से इस मंदिर में आता है उसकी मनोकामना पूरी होती है।
महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर यहां पर बहुत बड़े मेले का आयोजन किया जाता है।
5.अवन्तिकापुरी
मुहम्मदपुर में स्थित अवंतिकापुरी काफी यहां का प्रसिद्ध स्थान है।
ऐसा कहा जाता है कि राजा जन्मेजय ने पृथ्वी पर जितने भी सांप है उन्हें मारने के लिए यहां पर एक यज्ञ का आयोजन किया था।
इसी स्थान पर स्थित मंदिर व सरोवर भी बहुत प्रसिद्ध है।
यहां पर अत्यधिक संख्या में लोग इस सरोवर में डुबकी लगाते हैं।
6. पालमेहश्वरी धाम
लालगंज के मसीरपुर के पास में ही स्थित है और जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी दूरी पर यह पालमेहश्वरी धामआज़मगढ़ के मुख्य धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है।
यह माता का एक शक्ति पीठ है।
7.चंद्रमा ऋषि आश्रम
जनपद मुख्यालय से 5 किलोमीटर पश्चिम में तमसा एवं सिलानी नदी के संगम पर चंद्रमा ऋषि का आश्रम स्थित है।
रामनवमी के शुभ अवसर पर तथा कार्तिक पूर्णिमा पर यहाँ मेला लगता है
यह स्थान ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है
8.दत्तात्रेय आश्रम
यह निजामाबाद से 4 किलोमीटर की दूरी पर पश्चिम तमसा नदी और कुंवर नदी के संगम पर स्थित है|
यहां पर पहले लोग ज्ञान प्राप्ति के लिए आया करते थे इसी स्थान पर शिवरात्रि के दिन मेले का आयोजन भी किया जाता है।
आजमगढ़ कैसे जाएं
वायु मार्ग से
यहां का सबसे निकटतम हवाई अड्डा वाराणसी में है। और दूसरा लखनऊ में है।
रेल मार्ग से
आजमगढ़ रेल मार्ग से सभी प्रमुख शहरों व स्थानों से जुड़ा हुआ है।
यहाँ से सीधे मुम्बई दिल्ली कोलकाता लखनऊ एवं सूरत के लिए ट्रेन जाती रहती हैं।
सड़क मार्ग से
आजमगढ़ सड़कमार्ग द्वारा भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
Azamgarh Map
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